गोलमाल की शूटिंग: हंसी-मजाक और अनोखे किस्से


उत्पल दत्त और अमोल पालेकर की फिल्म 'गोल माल' 1979 में प्रदर्शित एक हास्य फिल्म है। फिल्म का निर्देशन हृषिकेश मुखर्जी ने किया था। फिल्म की कहानी एक ऐसे व्यक्ति के बारे में है जो अपनी नौकरी पाने के लिए झूठ बोलता है। फिल्म में उत्पल दत्त ने एक कड़क और सख्त बॉस की भूमिका निभाई थी, जबकि अमोल पालेकर ने एक भोले-भाले व्यक्ति की भूमिका निभाई थी। फोटो: YouTube video grab from Goldmines Bollywood

गोलमाल फिल्म देखने की लिए लिंक पर क्लिक करें : https://www.youtube.com/watch?v=2po8kELDZY8



गोल माल, उत्पल दत्त और अमोल पालेकर की फिल्म की शूटिंग की कहानी। ऋषिकेश मुखर्जी ने कई साल पहले एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने इस फिल्म को अपने घर पर शूट किया था।

उत्पल दत्त की 'गोल माल' को ऋषिकेश मुखर्जी ने अपने घर में शूट किया था


29 मार्च को भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार और 'कॉमेडी के किंग' उत्पल दत्त की 95वीं जन्मदिन है। 70 के दशक में उत्कृष्ट कॉमेडियन बनकर उभरे उत्पल दत्त को लगभग हर फिल्म में कास्ट किया गया। वह जिस फिल्म में होते, वह ब्लॉकबस्टर होती। 1979 में रिलीज़ हुई 'गोलमाल' आज भी उत्पल दत्त और अमोल पालेकर की बेहतरीन कॉमेडी के लिए जाना जाता है। फिल्म को ऋषिकेश मुखर्जी ने निर्देशित किया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि निर्देशक ने अपने घर में पूरी फिल्म शूट की? फिल्म में अभिनेता ने अपने ही कपड़े पहने थे?

पांच भाषाओं में बने रीमेक

'गोलमाल' की रिलीज 1979 में हुई थी और आज भी इसे भारतीय सिनेमा की सबसे पुरानी और कल्ट कॉमेडी में से एक माना जाता है। यह फिल्म सुपर हिट रही और कई फिल्ममेकर्स को प्रेरित किया। यह फिल्म लगभग पांच भाषाओं में फिर से बनाई गई थी। यहां तक कि रोहित शेट्टी ने उत्पल दत्त और ऋषिकेश मुखर्जी की 'गोलमाल' से प्रेरित होकर इसी नाम से एक अलग फ्रेंचाइज़ी बनाई। 

'गोल माल' की कहानी

गोलमाल फिल्म में उत्पल दत्त ने भवानी शंकर नाम के एक कड़क और सख्त बॉस का किरदार निभाया था। वहीं, अमोल पालेकर ने राम प्रसाद नाम के एक भोले-भाले युवक का रोल प्ले किया था। राम प्रसाद भवानी शंकर की फर्म में नौकरी पाने के लिए अपना नाम बदलकर लक्ष्मण प्रसाद रख लेता है और एक सीधे-सादे व्यक्ति का चरित्र धारण करता है।

एक दिन, भवानी शंकर क्रिकेट स्टेडियम में राम प्रसाद को एक आधुनिक युवा के रूप में देख लेते हैं। घर आने पर, वे राम प्रसाद से पूछते हैं कि उन्होंने स्टेडियम में क्या देखा। राम प्रसाद झूठ बोलकर बच निकलता है, यह कहकर कि जिसे भवानी शंकर ने देखा, वह उसका जुड़वां भाई लक्ष्मण था।

एक झूठ को छुपाने के लिए, राम प्रसाद को दो अलग-अलग जिंदगियां जीने पर मजबूर होना पड़ता है। एक तरफ, वह भवानी शंकर के सामने लक्ष्मण प्रसाद बनकर रहता है, और दूसरी तरफ, वह अपनी असली पहचान राम प्रसाद के रूप में बनाए रखता है। फिल्म इसी दोहरी जिंदगी के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसमें हास्य और मनोरंजन का भरपूर मसाला है।

ऋषिकेश मुखर्जी ने अपने बंगले में 'गोलमाल' बनाया था। उन्हें कई साल पहले दिए गए एक इंटरव्यू में, जो 'बॉलीवुड हंगामा' में उल्लेखित है, इस बारे में बताया गया था। ऋषिकेश मुखर्जी ने बताया कि उनके बंगले 'अनुपमा' में पूरी फिल्म शूट की गई थी, सिवाय एक ड्रीम सीक्वेंस के। शूटिंग चालीस दिन में समाप्त हुई।

भवानी का हॉल, राम प्रसाद का ड्रॉइंग रूम ऋषिकेश मुखर्जी ने घर के हॉल को भवानी का ऑफिस बनाया और ड्रॉइंग रूम को राम प्रसाद के घर में बदल दिया। 
पार्टी का सीन, जिसमें उत्पल दत्त और दीना पाठक की मुलाकात होती है, भी ऋषिकेश मुखर्जी के घर के गार्डन में बनाया गया था।

रेखा "गोल माल" में होतीं, इसलिए नहीं किया कास्टिंग


ऋषिकेश मुखर्जी ने बताया कि भवानी की बेटी के रोल के लिए रेखा पहली पसंद थीं 'गोलमाल' में। उन्हें लगा कि रेखा को हीरोइन की भूमिका में लेना न्यायसंगत नहीं होगा क्योंकि फिल्म में बहुत सी सीन्स नहीं थे। रेखा ने ऋषि दा के साथ फिल्म 'अलाप' में काम किया था, तब से वह उनके प्रशंसक थे। ऋषि दा ने कहा कि रेखा उस समय बहुत बड़ी स्टार थीं और वह अपनी लोकप्रियता का अनावश्यक लाभ नहीं उठाना चाहते थे। इसलिए बिंदिया गोस्वामी को फिर से साइन किया गया।

1 करोड़ रुपये का 'गोल माल', 7.5 करोड़ रुपये कमाया

जब "गोलमाल" रिलीज़ हुई, तो इसने काफी हंगामा मचा दिया था। ऋषि दा ने कहा कि डिस्ट्रिब्यूटर्स खुश नहीं थे। मुझे गोल्ड माल कहना शुरू कर दिया। 45 साल पहले रिलीज हुई फिल्म ने मात्र 1 करोड़ रुपये की लागत से करीब 7.5 करोड़ रुपये कमाए थे। 

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.